Uttarpradesh News : आखिरकार बाघिन ही निकली गुनहगार, अब लखनऊ चिड़ियाघर बना नया ठिकाना
Uttarpradesh News : आखिरकार बाघिन ही निकली गुनहगार, अब लखनऊ चिड़ियाघर बना नया ठिकाना
लखीमपुर में कुछ समय से बाघिन की वजह से आतंक का माहौल बना हुआ था। लेकिन फिलहाल बाघिन को पिंजरे में कैद कर लिया गया है। इससे पहले भी एक बाघ को पिंजरे में कैद कर लिया गया था।
लखीमपुर में कुछ समय से बाघिन की वजह से आतंक का माहौल बना हुआ था। लेकिन फिलहाल बाघिन को पिंजरे में कैद कर लिया गया है। इससे पहले भी एक बाघ को पिंजरे में कैद कर लिया गया था।
हाल ही में कुछ समय पहले बाघिन ने आसपास के क्षेत्रों में लोगों पर हमला किया था। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने जब बाघ की जांच की तो पूरा मामला सामने आया।
हाल ही में कुछ समय पहले बाघिन ने आसपास के क्षेत्रों में लोगों पर हमला किया था। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने जब बाघ की जांच की तो पूरा मामला सामने आया।
हाल ही में कुछ समय पहले बाघिन ने आसपास के क्षेत्रों में लोगों पर हमला किया था। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने जब बाघ की जांच की तो पूरा मामला सामने आया।
हाल ही में कुछ समय पहले बाघिन ने आसपास के क्षेत्रों में लोगों पर हमला किया था। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने जब बाघ की जांच की तो पूरा मामला सामने आया।
विशेषज्ञों ने जब बाघ के दांत और नाखून की जांच की तो उन्हें सुरक्षित पाया गया।
विशेषज्ञों ने जब बाघ के दांत और नाखून की जांच की तो उन्हें सुरक्षित पाया गया।
बाघ को पकड़ने के बाद उसे जल्दी ही कतरनिया के जंगल में छोड़ा गया।
बाघ को पकड़ने के बाद उसे जल्दी ही कतरनिया के जंगल में छोड़ा गया।
वही खतरनाक बाघिन को पकड़ा गया है और उसे पिंजरे में कैद किया गया है जिसे आप लखनऊ के चिड़ियाघर में देख पाएंगे।
वही खतरनाक बाघिन को पकड़ा गया है और उसे पिंजरे में कैद किया गया है जिसे आप लखनऊ के चिड़ियाघर में देख पाएंगे।
कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग व लखीमुपर जिले के दुधवा टाइगर रिजर्व के बीच आंतक का पर्याय बने बाघ व बाघिन को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए गए थे।
कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग व लखीमुपर जिले के दुधवा टाइगर रिजर्व के बीच आंतक का पर्याय बने बाघ व बाघिन को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए गए थे।