पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव के जरिए कुर्सी से हटा दिया गया है अब ऐसी खबरें आ रही है कि इमरान खान ने प्रधानमंत्री पद से बेदखल होने से पहले सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा को बर्खास्त करने का कोशिश की थी कोई ऐसा व्यक्ति आये जो भी सत्ता में बने रहने के उनके इरादे के प्रति उनकी मदद कर सके।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव के जरिए कुर्सी से हटा दिया गया है
एक उर्दू चैनल ने कहा है कि ‘दो बिन बुलाए मेहमानों ‘को लेकर एक हेलीकॉप्टर रात को प्रधानमंत्री आवास में उतरा और सेना के जवानों ने का इमारत में प्रवेश करवाया उन दोनों की खान इमरान खान के साथ 27 मिनट तक बैठक भी चली खबर में कहा गया कि की बैठक के बारे में आधिकारिक रूप से कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हुई है लेकिन यह सौहार्दपूर्ण माहौल में नहीं हुई है पीएम से मिलने उच्च अधिकारियों में से एक को हटाने का 1 घंटे पहले आदेश जारी किया गया था इसलिए प्रधानमंत्री को इन बिन बुलाए मेहमानों के आने की उम्मीद नहीं थी इमरान खान हेलीकॉप्टर का आने का इंतजार कर रहे थे लेकिन हेलीकॉप्टर में जो लोग आए उनका उन्हें अंदाजा नहीं था और ना ही इसकी उम्मीद थी इमरान खान को लगा की उनकी मीटिंग में उनके द्वारा नियुक्त अधिकारी आएंगे लेकिन राजनीतिक उथल-पुथल पर विराम लग जाएगा लेकिन बदलाव की कोशिश नाकाम हो गई क्योंकि रक्षा मंत्रालय ने नई नियुक्ति के लिए कोई सूचना दी सूचना जारी नहीं की वहीं न्यूज़ चैनल ने कहा है कि बिन बुलाए मेहमान की भी पहचान नहीं हुई है लेकिन खबर में शब्दों के चयन और इस्तेमाल किए गए जैसे पता चला है कि वे सेना प्रमुख जनरल बाजवा आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम रहे होंगे खबर पर प्रतिक्रिया करते हुए सेना की मीडिया’ इकाई इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ‘ने रविवार को न्यूज़ चैनल के आलेख को खारिज कर दिया और इसे विशिष्ट दुष्प्रचार वाली कहानी बताया उसने एक बयान में कहा कि यह आलेख पूरी तरह से गलत है एक खबर के अनुसार उसने कहा कि विशिष्ट दुष्प्रचार वाली कहानी किसी भी और प्रसंगिक स्रोत के बिना लिखी गई है और यह दावा किया है कि यह पत्रकारिता के बुनियादी मूल्यों का उल्लंघन करती है।
खबर के अनुसार फर्जी कहानी में कोई सच्चाई नहीं है और यह स्पष्ट रूप से दुष्प्रचार अभियान का एक हिस्सा दिखाई देती है आपको बता दें की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का नाम शनिवार को इतिहास के उन पन्नों में पहले प्रधानमंत्री के रूप में दर्ज हो गया जिन्हें नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से हटा दिया गया खबर है कि वकील अदनान इकबाल ने जनरल बाजवा को सेना प्रमुख पद से संभावित रूप से हटाए जाने को चुनौती देने के लिए याचिका तैयार कर ली थी अगर रक्षा मंत्रालय अधिसूचना जारी कर देता तो इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में रात में वहीं सुनवाई की जाती वही एक खबर के अनुसार इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में शनिवार रात एक आपात याचिका दायर कर खान को जनरल बाजवा को सेना प्रमुख पद से हटाने से रोकने का अनुरोध किया गया है।