18 करोड़ के सरकारी हार को बेचने के आरोप में इमरान खान के खिलाफ हुयी जाँच शुरू ,नवाज शरीफ की हो सकती है पाकिस्तान में वापसी

पाकिस्तान के शीर्ष जांच एजेंसी ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को उनके कार्यकाल के दौरान तोहफे में मिली बेशकीमती हार को सरकारी तो तोषखाने में जमा करने के बजाय एक आभूषण कारोबारी को 18 करोड़ में बेचे जाने के आरोप पर जांच शुरू हो गई है एक अखबार के मुताबिक तोहफे इमरान खान को मिले हार को तोशाखाने में जमा नहीं करवाया गया बल्कि पूर्व विशेष सहायक जुल्फीकार बुखारी को दे दी गया जिन्होंने उसे लाहौर में एक शराब को ₹180000000 में बेच दिया।

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एक अखबार के मुताबिक तोहफे इमरान खान को मिले हार को तोशाखाने में जमा नहीं करवाया गया

खबर के अनुसार संघीय जांच एजेंसी ने आरोपों पर खान के खिलाफ जांच भी शुरू कर दी है इसमें कहा गया कि सरकारी ओहदे पर रहते हुए तोहफे में मिले तोहफे को आधी कीमत चुका कर उन्हें व्यक्तिगत संपत्ति के रूप में रखा जा सकता है लेकिन इमरान सरकारी खजाने में कुछ हजार रुपए जमा कर दिए कानून के अनुसार सरकारों को मेहमानों से मिले तोहफे तोशाखाने में जमा कराना होगा अगर व्यवहार या कम से कम उसकी आधी कीमत जमा नहीं करते हैं तो इसे अवैध माना जाता है इसी बीच पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष पिछले सप्ताह पहले विशेष सहायक के रूप में सेवाएं दे रहे शाहबाज गिल को अपना नया स्टाफ नियुक्त किया है बुधवार को इसकी घोषणा की गयी गिल की नियुक्ति की अधिसूचना के अनुसार स्टाफ प्रमुख के रूप में गिल पार्टी अध्यक्ष के कार्यालय और संबंधित गतिविधियों को संभालेंगे।

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इमरान की सुरक्षा और राजनीति के दिवंगत नेता फरवरी 2020 तक पार्टी अध्यक्ष के प्रमुख स्टाफ रहे हैं एक रिपोर्ट के अनुसार ने बुधवार को कहा कि वह पार्टी के अध्यक्ष के लिए कड़ी मेहनत करेंगl पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शाहबाज खान के मंत्री अब गृह मंत्रालय को आदेश मिल गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और पूर्व वित्त मंत्री शानदार के पासपोर्ट को रिन्यू किया जाए आपको बता दें कि नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ के देश का नया प्रधानमंत्री बनने के बाद सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के लंदन वापसी को लेकर चर्चा शुरू हो गई है एक खबर के अनुसार लंदन में पाकिस्तान उच्चायोग को भी पीएम के नेताओं के पासपोर्ट के नवीनीकरण पर काम शुरू करने का निर्देश दिया है इमरान खान की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती सरकार ने PML-N के 72 वर्षीय अध्यक्ष नवाज शरीफ के खिलाफ भ्रष्टाचार के अनेक मामले दर्ज किये थे और शरीफ का पनामा पेपर्स मामले के नाम आने के बाद जुलाई 2017 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उन्हें पद छोड़ना पड़ा था नवाज शरीफ और हाईकोर्ट से इलाज के लिए 4 सप्ताह की विदेश यात्रा की अनुमति मिलने के बाद 2019 में लंदन गए थे उन्होंने लाहौर हाईकोर्ट की कानूनी प्रक्रिया का सामना करने के लिए 4 सप्ताह में यात्रा के लिहाज से स्वस्थ किए जाते ही पाकिस्तान लौटने का हलफनामा दिया था।

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