Breaking News : मध्यप्रदेश में आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक के घर रेड मारी। इस छापेमारी में वैज्ञानिक के सतना स्थित निवास घर पर करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है। शुरुआती जांच में ही वैज्ञानिक करोड़ों की संपत्ति का मालिक निकला। चौंकाने वाली बात यह है कि EOW की टीम को दरवाजे पर देखकर वैज्ञानिक बेहोश होकर दरवाजे पर ही गिर गया। अभी इस मामले की जांच जारी है। जांच खत्म होने के बाद ही बाकी संपत्तियों का पता चल सकेगा।
EOW रीवा की यह रेड मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड क्षेत्रीय कार्यालय सतना में कार्यरत जूनियर साइंटिस्ट सतीश कुमार मिश्रा के मारुति नगर स्थित घर पर पड़ी। इंस्पेक्टर मोहित सक्सेना और अरुण चतुर्वेदी की अगुवाई में 26 सदस्यीय टीम के सुबह 6 बजे वहां पहुंचते ही चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई।
Breaking News : वैज्ञानिक हुआ दरवाजे पर बेहोश
घर के दरवाजे की घंटी बजने पर वैज्ञानिक खुद दरवाजा खोलने पहुंचा। जो रेड मारने आई टीम को देखकर वही चक्कर खाकर गिर गया। टीम ने घर के अंदर और बाहर आने जाने पर रोक लगा दी और घर की तलाशी लेना शुरू कर दिया। शुरुआती जांच में वैज्ञानिक सुशील कुमार मिश्रा के घर पर 30 लाख रुपए नगद और 25 लाख रुपए के जेवरात मिले।
करोड़ों की प्रॉपर्टी का निकला मालिक
वैज्ञानिक के पास स्मार्ट सिटी से लगे 7 एकड़ के फार्म के अलावा करोड़ों रुपए की अन्य अचल संपत्तियों के दस्तावेज, बीमा के कागजात, और बैंक खाते मिले हैं। उनके पास कई टू व्हीलर और फोर व्हीलर वाहन भी पाए गए।
मामूली तनख्वाह के बावजूद निकला करोड़ों का मालिक
EOW एसपी वीरेंद्र जैन ने बताया कि वैज्ञानिक सुशील कुमार मिश्रा 1990 में सरकारी नौकरी में लगा था। नौकरी लगने के बाद से अब तक उसकी आय 35 लाख रुपये होती है। वेतन से आय के मुकाबले शुरुआती जांच में मिली संपत्ति ही कई गुना ज्यादा है।