Kanpur: अपनी रूठी हुई पत्नी को मनाने के लिए एक व्यक्ति ने अपने दफ्तर से छुट्टी ली। दरअसल बात यह है कि कानपुर (Kanpur) के शिक्षा विभाग में कार्यरत कर्मचारी शमशाद को अपनी पत्नी शाहजहाँ को मनाने के लिए 3 दिन की छुट्टी ली थी। लेकिन अब उस विभाग में इनकी नौकरी परसंकट नजर आ रहा है।

यह मामला कानपुर (Kanpur) का बताया जा रहा है। शमशाद की नौकरी पर आए संकट का यह कारण है कि 2007 में हाईकोर्ट के स्टेप पर शमशाद की नौकरी चल रही थी। उसको नौकरी अपने पिता की जगह साल 2014 में अनुकंपा के आधार पर मिली थी। शमशाद की जन्म तारीख है, 8 नवंबर 1967 लेकिन अब इनकी जन्म तारीख पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं।

जब इस मामले में एंटी करप्शन विभाग ने छानबीन की तो शमशाद को दोषी पाया गया है। रिपोर्ट शमशाद के खिलाफ थी। जिस पर 2007 में शमशाद ने हाई कोर्ट से स्टे ले लिया था। इस दौरान ना शमशाद ने और ना ही उनके विभाग ने हाईकोर्ट के आर्डर पर किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया।

लेकिन अब उसका यह नतीजा हुआ कि हाई कोर्ट ने जुलाई के अंतिम दिनों में शमशाद के मामले में स्टे आर्डर को हाईकोर्ट ने खत्म कर दिया। वहीं दूसरी ओर कानपुर (Kanpur) के शिक्षा अधिकारी सुरजीत सिंह का कहना है कि उन्हें किसी भी प्रकार का कोई भी नोटिस अभी नहीं मिला है। सुरजीत सिंह का कहना है कि कोर्ट द्वारा जो भी नोटिस आता है, वह सीधा शिक्षा मुख्यालय जाता है और फिर हमारे पास आता है।

शिक्षा अधिकारी सुरजीत सिंह का कहना है कि हमें जिस प्रकार का आदेश दिया जाएगा। उस प्रकार से ही कार्यवाही की जाएगी। वहीं दूसरी और शमशाद का कहना है कि जो भी कोर्ट फैसला लेगा, हम उससे स्वीकार करेंगे।

उन्होंने कहा, हम अपने वकील अमित सक्सेना के संपर्क में हैं। आदेश मिलते ही हाई कोर्ट में रिवीजन याचिका दाखिल करेंगे। शमशाद का यह भी कहना है कि उसने किसी भी प्रकार की कोई गलती नहीं की है, फिर भी उसे सजा दी जा रही है।

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