Lucknow: आए दिन साइबर क्राइम की बातें सामने आ रही है। फेमस रेस्टोरेंट के नाम पर फेसबुक के जरिए एक ठगी की वारदात सामने आई है। आधी रेट में थाली उपलब्ध कराने का ऑफर देकर साइबर ठगों ने हजारों रुपए अकाउंट से निकाल लिए। इस नई ठगी के कारण कई लोग शिकार हो चुके हैं। खासकर वह लोग जो आए दिन बाहर रेस्टोरेंट अपनी फैमिली के साथ आते जाते रहते हैं। मोबाइल का नंबर, लोकेशन, ठगी का तरीका जानते हुए भी अब तक पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा है।

Lucknow : फेमस रेस्टोरेंट के नाम पर हुई ठगी

उदाहरण के तौर पर लखनऊ (Lucknow) के रहने वाले सुनील श्रीवास्तव ने फेसबुक पर एक एडवर्टाइजमेंट देखा। जिसमें शहर के फेमस रेस्टोरेंट के अंदर थाली आधी रेट में मिल रही थी, ऐसा एक ऑफर देखा। सुनील को यह ऑफर काफी पसंद आया। फेसबुक पर इस एडवर्टाइजमेंट का लिंक था, जिस पर सुनील ने क्लिक किया और कुछ समय बाद ही सुनील को अनजान नंबर से फोन आया था। कॉल पर सुनील को कहा गया कि आपको आधी रेट में थाली मिल जाएगी, लेकिन उससे पहले आपके क्रेडिट कार्ड द्वारा 10 हजार एडवांस देना पड़ेगा। सुनील इस बात पर तुरंत ही राजी हो गया था।

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लखनऊ (Lucknow) निवासी सुनील को एक लिंक भेजा गया और कहा गया कि इस पर आप 10 हजार रूपये ट्रांसफर कर दीजिए। सुनील ने सामने वाले की बात सुनकर जब पेमेंट किया, तो उससे एक मैसेज आया जिसे देखकर वह दंग रह गया। सुनील को मैसेज आया तो उसने देखा कि उसके अकाउंट से करीब 49760 रुपए कट गए हैं। सुनील ने तुरंत यह समझदारी दिखाते हुए अपना कार्ड ब्लॉक करवा लिया। लेकिन ब्लॉक होते होते भी सुनील के खाते से 2500 रुपए दुबारा कट गए।

Lucknow : तुरंत ब्लॉक किया अकाउंट

लखनऊ (Lucknow) निवासी सुनील के पास जब अकाउंट का स्टेटमेंट आया तो वह देखकर सुनील दंग ही रह गया। सुनील ने तुरंत ही साइबर क्राइम में अपनी रिपोर्ट दर्ज करवाई, लेकिन उसे पैसे वापस नहीं मिल पाएंगे। सुनील ने पुलिस को सारी जानकारी देते हुए बताया कि उसे सामने से फोन आया था। पुलिस इस साइबर क्राइम की छानबीन बड़ी ही तेजी से कर रही है।

Lucknow : ऑनलाइन ठगी से रहे सावधान

इस तरह की ठगी की वारदात आजकल आए दिन होती रहती है। सुनील के अलावा ऐसे कई लोग हैं जो इस वारदात के शिकार हो चुके हैं। इतना ही नहीं जिस रेस्टोरेंट के नाम पर ठगी की जा रही है, उसकी ओर से भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है, लेकिन कार्रवाई अब तक नहीं हो सकी है।

Lucknow : साइबर ठगी रोकने में पुलिस नाकामयाब

दरअसल साइबर क्राइम मुख्यालय ने इस तरह के मामलों को तत्काल रजिस्टर करने या 1930 नंबर पर फोन करने को लेकर जमकर प्रचार प्रसार किया है। जितनी जल्दी रिपोर्ट साइबर क्राइम को दी जाती है उतनी ही जल्दी पैसे मिलने की उम्मीद बढ़ती रहती है।

उदाहरण के तौर पर जब आपके अकाउंट से पैसे कट कर दूसरे अकाउंट में गए और उस व्यक्ति ने पैसे नहीं निकाले होंगे तो वह पैसे आपको तुरंत ही वापस मिल भी सकते हैं। लेकिन अगर आपके द्वारा ट्रांसफर किया गया अमाउंट सामने वाले ने निकाल लिया तो पैसे मिलना मुश्किल हो सकता है।

साइबर क्राइम को रोकने के लिए साइबर शाखा तरह-तरह के संसाधन उपलब्ध कर रही है। साइबर क्राइम करने वाले क्राइम करने से पहले छोटी से छोटी बातों का भी ध्यान रखने लगे हैं। यही वजह से कि बीते एक-सवा साल में लगभग 180 करोड़ रुपये की ठगी हुई है। लेकिन रिकवरी रेट 6 से 7 प्रतिशत ही है।

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