अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन रूस की ओर से यूक्रेन पर किए गए हमले को ‘नरसंहार’ का नाम दिया है यह पहली बार है जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की कार्रवाई में अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह शब्द इस्तेमाल किया है इससे पहले उन्होंने पुतिन को युद्ध अपराधी कहा था अमेरिकी राष्ट्रपति ने पुतिन पर यह भी आरोप लगाया है कि वे यूक्रेन होने के विचार को ही मिटाने की कोशिश कर रहे हैं .

कोरोना

एक समाचार एजेंसी के मुताबिक अमेरिका के नेता किसी को औपचारिक रूप से नरसंहार घोषित करने से बचते रहे क्योंकि अगर यह साबित हो जाता है तुरंत राष्ट्रीय कन्वेंशन के तहत सदस्यों को वहां दखल देना पड़ता है यही वजह थी कि 1994 में अमेरिका में तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने रवांडा में हूती उग्रवादियों द्वारा लगभग 800000 तुत्सी लोगों के कत्लेआम के बाद ही उसे नरसंहार घोषित नहीं किया था बाइडन ने रूसी आक्रमण को नर संहार न्बताते हुए आयोवा में कहा है कि अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से रूस का बर्ताव नरसंहार है या नहीं यह तय करना वकीलों का काम है लेकिन मुझे निश्चित रूप से ऐसा लगता है कि यह नरसंहार ही है मोहसिन लौटने के लिए एयरपोर्ट में सवार होने से पहले पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि रूस ने यूक्रेन में जो भयानक चीजें की है उसके बारे में और अधिक सबूत सामने आ रहे हैं हमें वहां की कई की गई तो तबाही की जानकारियां मिल रही है।

कोरोना

यह बिल्कुल साफ होता जा रहा है कि वॉशिंगटन लौटने के लिए एयर फ़ोर्स वन में सवार होने से पहले पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि रूसियों ने यूक्रेन में जो भयानक चीजें की हैं, उसके बारे में और अधिक सबूत सामने आ रहे हैं . वही का बयान बूचा में रूसी सैनिकों द्वारा लगभग 300 लोगों केकत्लेआम और क्रैमतोरस्क में एक ट्रेन स्टेशन पर हमला करके 50 से ज्यादा लोगों को मारने जैसी बड़ी घटनाओं के बाद आया है तमाम अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के बावजूद भी यूक्रेन में रूसी हमले बंद होने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं पुतिन ने मंगलवार को ही कहा था कि वह यूक्रेन में तब तक सैन्य अभियान जारी करेंगे जब तक कि उनके लक्ष्य पूरे नहीं हो जाते वह तेजी से आगे नहीं बढ़ रहे हैं क्योंकि नुकसान कम करना चाहते हैं उन्होंने कहा था कि यूक्रेन पर मिलिट्री ऑपरेशन का अंजाम देने के सिवाय उनके पास कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा था।

कोरोना

वहीं रूस और यूक्रेन के बीच जंग 48 वे दिन में पहुंच चुकी है अभी इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल है कि युद्ध कहां जाकर रुकेगा लेकिन युद्ध के बीच तस्वीरें सामने आई है वह काफी रुलाने वाली है ताजा जानकारी के मुताबिक ईरान की राजधानी कीव में अब तक 720 लाशें बरामद हो चुकी है और मरने वाले सभी आम नागरिक हैं वहीं 200 लोग लापता बताए जा रहे हैं यूक्रेन की विपक्षी नेता व रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी मित्र विक्टर मेदवेदचुक यूक्रेनी सेना ने गिरफ्तार कर लिया है अब राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस के सामने प्रस्ताव रखा है उन्होंने कहा कि अगर आप चाहते हैं कि अगर आप मेदवेदचुक को सुरक्षित चाहते हैं तो कैदी बनाए गए आम नागरिकों को वापस कर दे के हमले में कई शहरों का नुकसान हुआ है लेकिन कीव के आसपास के इलाकों में और उसके सैनिकों ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया है यूक्रेन के गृह मंत्रालय के अनुसार कि उनके आसपास के कई क्षेत्रों में कई गांव पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *