रूस और यूक्रेन से पूरी दुनिया में आई आमूल परिवर्तन की बीच दुनिया के 2 सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत और अमेरिका के राष्ट्रपति को के बीच बातचीत हुई इस बैठक को लेकर पूरी दुनिया की नजरें लगी हुई है पश्चिमी देश भारत और उसके खिलाफ जाने के दबाव बना रहे हैं लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच हुई बैठक में भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह सिर्फ शांति चाहता है पीएम मोदी उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन की वजह से दुनिया की स्थिति काफी चिंताजनक है राष्ट्रपति राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की है और शांति की अपील की है।
दुनिया के 2 सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत और अमेरिका के राष्ट्रपति को के बीच बातचीत हुई
पीएम मोदी यह भी कहा कि राष्ट्रपति पुतिन को राष्ट्रपति से सीधी बातचीत की है पीएम मोदी ने यह भी कहा है कि कि हमारे रक्षा विदेश मंत्री टू प्लस बैठक में मिलेंगे उससे पहले हमारी और आपकी बीच की ये मुलाकात इस मीटिंग की दिशा को तय करने के लिए काफी महत्वपूर्ण है उन्होंने कहा कि जब मैं पिछले साल अमेरिका आया था तब आपने कहा था कि भारत और अमेरिका के बीच पार्टनरशिप दुनिया की कई समस्याओं के समाधान में योगदान दे सकती है ऐसे में मैं आपकी बात से पूरी तरह से सहमत हूं दुनिया की सबसे बड़ी पुरानी और बड़े लोकतांत्रिक देश के रूप में हम स्वाभाविक साझेदार हैं इन कुछ सालों में हमारे संबंधों में जो प्रकृति भी है और जो नया आयाम आया है उसको शायद एक दशक से पहले किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी।
मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति महोदय आज हमारी आप से बातचीत हो रही है यूक्रेन और रूस की स्थति चिंताजनक बनी हुई है कुछ समय पहले तक हमारे छात्र यूक्रेन में फंसे हुए थे और हमने काफी मेहनत के बाद से निकाला है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस घटनाक्रम के दौरान मैंने दोनों देशों के राष्ट्रपति कई बार फोन पर बात की है दोनों देशों से शांति की अपील की है इसके अलावा दोनों देशों की राष्ट्रीय से जब भी बात की है हमेशा ना केवल शांति की अपील की बल्कि राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन के राष्ट्रपति से सीधी बातचीत का सुझाव भी दिया हमारी संसद में उनके विषय पर बहुत विस्तार से चर्चा हुई।
इस बीच दोनों देशो के बीच रूस से आयात से संबंधित बाते भी सामने आयी है अमेरिका की ओर से पहले भी साफ किया जा चुका है कि रूस से तेल का आयात प्रतिबंधित नहीं है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत हुई, जिसके बाद व्हाइट हाउस के सेक्रेटरी जेन साकी ने कहा कि रूस से ईंधन के आयात पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है भारत रूस से तेल की खरीद करके किसी प्रतिबंध का उल्लंघन नहीं कर रहा है. हम इस बात को समझते हैं कि सभी देशों को अपने हितों की रक्षा करनी होती है