बिहार के रघुनाथपुर् स्टेशन बिहार में धरना प्रदर्शन हुआ था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा कि रघुनाथ स्टेशन का ना बदलने के लिए ग्रामीणों ने कहा: रघुनाथपुर् नाम गोस्वामी तुलसी दास ने रखा था। ग्रामीणों का कहना है कि रघुनाथपुर् भगवान राम से जुड़ा हुआ है। इसको बदले जाने कि कोशिश में विरोध किया जाएगा। उन्होंने ने कहा की भगवान राम के नाम के बने स्टेशन से क्या दिक्कत है।
इस घोषणा के बाद सरकार ने रेल मंत्रालय को जानकारी दी थी।
बिहार के रघुनाथपुर् स्टेशन नाम बदले जाने को लेकर रेल मंत्रालय द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र भी जारी किया था। सरकार के इस निर्णय को लेकर ग्रामीण इश्के विरुद्ध कई तरह की बातें शुरू हो गई और रघुनाथ पूर के लोग खुलकर सामने आ गए विरोध करने के लिए।
दानापुर बिहार के रघुनाथपुर् स्टेशन का नाम बदले जाने पर विरोध
स्थानिक् अंचल के प्रोशिद् रघुनाथपुर् रेलवे स्टेशन का नाम मुख्यमंत्री द्वारा बदले जाने कि घोषणा करने के बाद वहां के ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया है और 17 अगस्त को इश्के विरोद् में धरना देने का निर्णय लिया है। रघुनाथ स्टेशन पर जरुरी बैठक हुई। बैठक कि अध्यक्षता सर्वेस् सिंह ने कि, उन्होंने कहा की भगवान राम नाम के स्टेशन से क्या परेशानी है। इस स्टेशन से ब्बद्रेश्वर नाथ का मंदिर नजदीक हि है। इससे भगवान राम और शिव में मिलन को मिटाने कि साजिश रची जा रही है।
गांव वालो का कहना हे कि रघुनाथ स्टेशन का नाम बदलने से पहले मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों के साथ कोई विचार नहीं रखा था। असल में इस गांव का नाम गोस्वामी तुलसी दास ने अपने आराध्य भगवान राम के नाम से रखा था। इससे पहले इस गांव का नाम बेला पतवत् था। संत ने ग्रामीणों के विचार जान कर गांव का नाम रघुनाथपुर् रखा था। रघुनाथपुर् गाँव माना जाता है।