Kanpur: कानपुर (Kanpur) के नवल थाने के बाहर एक महिला का शव रखकर सैकड़ों की संख्या में आधी रात को प्रदर्शन किया। लोगों का यह कहना है कि दबंगों ने मिलकर महिला के बेटे को खूब मारा पीटा और जब पीड़ित अपनी रिपोर्ट लिखवाने थाने आया तो पुलिस ने पीड़ित को ही थाने में पकड़ रखा था। बेटे को बेवजह पुलिस के पकड़ने के कारण 60 साल के बुजुर्ग महिला को हार्ट अटैक आने से मौत हो गई। इस घटना के कारण परिवार वालों ने पुलिस वालों के खिलाफ आधी रात को प्रदर्शन किया। महिला का शव चौराहे पर रखकर चक्काजाम कर दिया गया।
Kanpur : पीड़ित को किया जेल में बंद
कानपुर (Kanpur) जिले के आखिरी गांव का रहने वाला नितेंद्र बुधवार को नवल बाजार में गया हुआ था। पीड़ित का यह आरोप है कि अंकित नाम के एक व्यक्ति ने उसे रोक लिया और अपने साथियों से मिलकर नितेंद्र को बुरी तरह से पीटने लगे। पीड़ित का कहना है कि आज से 1 हफ्ते पहले भी अंकित ने उसे पीटा था। इस पूरी घटना में पुलिस ने जितेंद्र और अंकित दोनों के खिलाफ धारा 151 के तहत कार्यवाही की, लेकिन देखा जाए तो पहले भी नितेंद्र को ही पीटा गया था और अभी भी नितेंद्र को ही पीटा गया है।
Kanpur : परिजनों ने किया हंगामा
नितेंद्र के परिवार वालों का कहना है कि बुधवार के दिन अंकित ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर नितेंद्र को बाजार में अकेला पाकर पीटा। घर वालों का यह आरोप है कि पुलिस वालों ने अंकित से पैसे लेकर नितेंद्र को थाने में बिठा रखा है। अपने बेटे को थाने में बैठाने की खबर सुनकर बुजुर्ग माँ को तुरंत ही दिल का दौरा पड़ गया। बुजुर्ग महिला को अस्पताल ले जाते हुए ही रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।
Kanpur : माँ को आया हार्ट अटैक
कानपुर (Kanpur) निवासी बुजुर्ग महिला की मौत होने के कारण परिवार वाले गुस्से में नवल थाने के बाहर शव को रख विरोध जताने लगे। नितेंद्र को जब पता चला कि उसकी मां की मौत हो गई है, तो उसने भी थाना इंचार्ज को बहुत खरी-खोटी सुनाई है। सैकड़ों की संख्या में लोगों के जमा होने के कारण पुलिस ने यह आश्वासन दिया है कि अंकित और उसके दोस्तों को पकड़ कर कार्यवाही की जाएगी। पुलिस का आश्वासन देने के बाद परिवार वाले करीब 2:00 बजे के आसपास शांत हुए।
एडिशनल एसपी शुक्ला ने बताया कि अब से कुछ समय पहले भी इन दोनों पक्षों में लड़ाई हुई थी, जिस कारण दोनों के ऊपर धारा 151 लगाई गई। एडिशनल एसपी शुक्ला जी का कहना है कि नितेंद्र का कहना है कि अंकित और उसके मित्रों ने उसे दोबारा पीटा। नितेंद्र को पुलिस थाने में बैठाए रखने के कारण नितेंद्र की मां को सदमा लगने से उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसकी एफआईआर लिखी जा रही है,पुलिस के आरोपों की भी जांच की जाएगी।