Merath: मेरठ (Merath) में भावनपुर क्षेत्र के पचगांव पट्टी मे दसवीं कक्षा में पढ़ रहे छात्र ने दूसरी कक्षा के छात्र को बेरहमी से पीटा, जिस वजह से मासूम बच्चे की मौत हो गई। मासूम बच्चे के परिवार वालों ने शव को स्कूल में ही रख कर धरना प्रदर्शन किया।
ऐसा बताया जा रहा है कि दूसरी कक्षा में पढ़ रहे जीतू ने दसवीं कक्षा के छात्र को किसी छात्रा से बात करते हुए देखा और वह शिकायत शिक्षक को कर दी। इसलिए दसवीं कक्षा के छात्र ने जीतू की बेरहमी से पिटाई कर दी। छात्र ने जीतू को इतनी बुरी तरीके से पीटा कि बच्चे ने तुरंत ही दम तोड़ दिया।
इसी गांव के निवासी मांगे एक मजदूर आदमी है। वह मजदूरी कर के अपने बच्चे को पढ़ा रहा था। गुरुवार की सुबह जीतू कैलाशवती शिक्षण संस्थान में गया था और गुरुवार के दिन ही दसवीं के छात्र ने उसकी पिटाई कर दी। जीतू की मां का कहना है कि जीतू पूरी रात दर्द से चिल्ला रहा था।
मरने से पहले जीतू ने अपनी मां को बताया कि उसने छात्र को किसी और छात्रा से बात करते हुए देखा और वह उन दोनों की शिकायत प्रधानाचार्य से कर दी। इस बात पर गुस्सा होकर छात्र ने उसे पीटा। ऐसा बताया जा रहा है कि बेरहमी से पीटने के बाद जीतू उल्टी करने लग गया था।
इसलिए उसे चलती स्कूल में ही घर भेज दिया गया था। गांव में मौजूद डॉक्टर के पास ही जीतू का इलाज करवाया, लेकिन उसने शुक्रवार की सुबह दम तोड़ दिया।
जीतू की मौत होने के बाद उसके परिवार वाले पूरे गांव को लेकर स्कूल में पहुंच गए। शव को स्कूल में रखकर ही परिवार वालों ने धरना दिया और कहा कि प्रिंसिपल और शिक्षकों की लापरवाही की वजह से उनके बच्चे की मौत हो गई। स्कूल में हो रही हंगामे की खबर जैसे ही इंस्पेक्टर भावनपुर को पड़ी, वह तुरंत पुलिस फोर्स को लेकर स्कूल में तैनात हो गए।
बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने गांव वालों को शांत किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसीपी दिशांत केशव कुमार का कहना है कि जीतू के परिवार वालों ने अभी तक लिखित में FIR नहीं की है। लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस आगे की छानबीन शुरू करेगी।