Twin Tower: इन दिनों एक बड़ी खबर सामने आई है। यह तो हम सभी जानते हैं कि नोएडा (Noida) के सुपरटेक ट्विन टावर (Twin Tower) को गिरा दिया गया है। टावर को गिराने के लिए प्रशासन पिछले 1 महीने से तैयारी कर रहा था। जिसके तहत अधिकारियों ने आसपास के घरों को खाली भी करवा दिया। बताया जा रहा है कि शुक्रवार के दिन टावर गिराने वाले थे, इसलिए पहले ही आसपास की सोसायटियों को खाली करवा कर दोबारा चेकिंग की गई थी। अधिकारियों द्वारा चेकिंग करने पर पता चला कि एक आदमी एमराल्ड कोर्ट हाउसिंग सोसाइटी के अपार्टमेंट में सो रहा था। ऐसा बताया जा रहा है कि उस व्यक्ति का ध्यान नहीं था कि आज के ही दिन टावर गिराया जाएगा।
हम आपको बता दें कि यह टावर को 28 अगस्त के दिन करीब 2:30 गिराया गया है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा यह आदेश पिछले 1 साल पहले ही दे दिया गया था। ऐसा बताया जा रहा है कि इस टावर को अवैध रूप से बनाया गया था। इसलिए इसे गिराने का आदेश कोर्ट ने दे दिया।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस सुपरटेक ट्विन टावर (Twin Tower) में टोटल 15 आवासीय टावर हैं और हर टावर में 44 अपार्टमेंट हैं। इस जगह पर लगभग 2500 निवासी और 1200 वाहन हैं। टावरों को खाली कराने के लिया स्पेशल फोर्स को तैनात किया गया था। हर टावर के लिए एक एक कप्तान भी बनाए गए थे।
Twin Tower: कैसे पता चला गार्ड अंदर है?
तैयार की गई टीम ने सभी बुजुर्गों और बच्चों को सुबह 7:00 बजे के करीब टावर से बाहर निकाल दिया था। इस टीम का नेतृत्व एमराल्ड कोर्ट के गौरव मेहरोत्रा कर रहे थे। उनके हिसाब से टावर को पूरी तरह से खाली कर दिया गया था।
लेकिन टावर गिरने के कुछ समय पहले ही सिक्योरिटी गार्ड ने कार्य बल को एक सूचना दी, जिसे सुनकर सभी लोग दंग रह गए। सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि ऊपरी मंजिल में एक व्यक्ति गहरी नींद में सोया हुआ है। यह जानकारी मिलने के बाद अधिकारियों ने फिर से पूरे टावर को चेक करना शुरू कर दिया।
Twin Tower: बेफिक्र होकर सो रहा था आदमी
जब पता चला कि ऊपरी मंजिल पर कोई व्यक्ति सो रहा है तो अधिकारियों ने फिर से टावर की छानबीन की। तब उन्हें एक व्यक्ति गहरी नींद में सोया हुआ मिला। विशेष कार्यबल के सदस्य नरेश केशवानी ने कहा कि जब हमने दोबारा टावर को चेक किया तो हमें एक व्यक्ति सोया हुआ मिला।
जब उस व्यक्ति को उठाकर पूछा गया की सूचना दी गई थी कि टावर को गिराया जाएगा, तो उस व्यक्ति ने कहा कि उसके दिमाग से यह बात निकल गई। गुस्से में आए अधिकारी ने बताया कि हम 1 महीने से टावर गिराने की योजना कर रहे हैं। जिसके तहत हमने दो-दो बार चेकिंग किया कि अंदर कोई रह तो नहीं गया है। एक व्यक्ति की लापरवाही की वजह से पूरे प्रशासन को शर्मसार होना पड़ जाता।