Breaking News : आपको यह जानकर हैरानी होगी कि थोक महंगाई दर रिकॉर्ड तोड़ बढ़ रही है। आपको बता दें अप्रैल महीने में होलसेल महंगाई में 9 सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। अप्रैल 2022 के महीने में थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर (WPI based Inflation) 15% के पार पहुंच गई है। अप्रैल महीने में 15.08% रही जबकि मार्च के महीने में इसकी दर 14.55 फीसदी थी। इससे पहले फरवरी 2022 में थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर 13.11 फीसदी थी। लेकिन एक बार अप्रैल महीने में यह पिछले 5 महीनों के उच्चतम स्तर पर है। 2022 के शुरुआती जनवरी महीने में इसकी दर 12.96 फीसदी थी। पिछले 1 साल से ज्यादा के समय में थोक महंगाई दर दहाई के आंकड़े से ऊपर है। पिछले साल की थोक महंगाई दर 10.74 फीसदी थी।
Breaking News : उच्चतम स्तर पर खुदरा थोक महंगाई:-
वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार 2022 के अप्रैल महीने में रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के कारण महंगाई बढ़ी है। इस वजह से पेट्रोलियम नेचुरल गैस, मिनरल ऑयल्स और बेसिक मेटल्स की कीमतों में तेजी आई है। इस युद्ध के कारण सप्लाई चेन में बाधा पड़ी है जिस कारण खुदरा पर थोक महंगाई दर बढ़ी है। होलसेल महंगाई दर 15% के पार जा चुकी है। जबकि बीते सप्ताह खुदरा महंगाई दर का आंकड़ा साल 2014 के बाद अपने उच्चतम स्तर 7.79 पर रह था।
महंगाई बढ़ने के कारण:- आपको बता दें अप्रैल 2022 में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर 8.35 फीसदी रही, जबकि यह मार्च 2022 में 8.06 फीसदी थी। वर्तमान में ईंधन और ऊर्जा की महंगाई दर बढ़कर 38.66% पर पहुँच चुकी है जो कि मार्च 2022 में 34.52% थी। इसी प्रकार मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की महंगाई दर अप्रैल 2022 में 10.85% रही जबकि मार्च 2022 में यह 10.71% ही थी।