UP: अंतिम संस्कार को लेकर परिवार के कुछ सदस्यों में हुई अनबन। ऐसा बताया जा रहा है कि यूपी (UP) के जिले के गौर थाना क्षेत्र के अजगैवा जंगल ग्राम पंचायत के टोला बभनगांवा के रहने वाले एक व्यक्ति काफी लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे। लंबी बीमारी से ना लड़ पाने के कारण रविवार की सुबह उस व्यक्ति की मौत हो गई। हमारी जानकारी से पता चला है कि युवक के कोई संतान नहीं थी।

मौत की घटना सुनते ही युवक की तीनो बहने तुरंत ही अपने गांव चली आई। ऐसा बताया जा रहा है कि पाटीदार अंतिम संस्कार की तैयारी में लगे हुए थे। उसी वक्त तीनों बहने भी पहुंच गई और अंतिम संस्कार कौन करेगा, इस बात को लेकर बहस करने लग गई। इस बहस को सुलझाने के लिये चौकी प्रभारी टिनिच रामभवन घाट पर पहुंच गए। चौकी प्रभारी के समझाए जाने के कारण एक एक व्यक्ति ने संयुक्त रूप से अंतिम संस्कार में अपना योगदान दिया।

UP

यूपी (UP) के बभनगावां टोला राम बुझारत चौधरी पुत्र स्व. उदयराज चौधरी काफी दिनों से बीमार चल रहे थे और अचानक अपने ही घर पर रविवार की सुबह इनकी मौत हो गई। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इनकी कोई भी संतान नहीं है। बस इनकी तीन बहने हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। बहनों का नाम पार्वती, रेशमा, रामबली बताया जा रहा है। जैसे ही इन तीनों बहनों को अपने भाई की मौत की खबर मिली, यह अपने परिवार समेत तुरंत भाई के घर पहुंच गई।

वहीं दूसरी ओर राम बुझारत के पाटीदार लाल बहादुर चौधरी पुत्र राम कृपाल चौधरी अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे। अंतिम संस्कार की विधि को लेकर लाल बहादुर चौधरी और राम बुझारत की बहनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई थी। इस बीच शव लेकर लोग कुआनो नदी के वाराह क्षेत्र घाट पर पहुंच गए। लेकिन अंतिम संस्कार कौन करेगा इस बात पर बहस रुक ही नहीं रही थी।

UP

इस पूरी घटना की जानकारी चौकी प्रभारी टिनिच राम भवन को मिली जिसके बाद वह घाट पर पहुंच गए। दोनों पक्षों से लंबे समय तक बात करने के बाद उन्होंने यह फैसला लिया कि एक एक व्यक्ति सामने आकर संयुक्त रूप से अंतिम संस्कार की विधि को पूरा करेगा। इस बात पर तीनों बहनों और पाटीदार लाल बहादुर ने सहमति जताई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *