Uttarpradesh: भारत देश के नए राष्ट्रपति चुने जाने के लिए चुनाव शुरू हो चुके हैं. उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) के विधान भवन में सबसे पहला वोट प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने डाला है. योगी जी के बाद दूसरा वोट संसदीय कार्य मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश खन्ना ने डाला है. इन दोनों के वोट डालने के बाद सत्ताधारी पक्ष भाजपा के और यूपी के सबसे बड़े विपक्षी दल सपा, अन्य दलों के और निर्दलीय विधायक लगातार मतदान करने में लगे हुए है.
राष्ट्रपति चुनाव के लिए भाजपा ने अपना उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को चुना है. द्रौपदी मुर्मू के समर्थन बसपा, सुभासपा, जनसत्ता दल के विधायकों के आने और सपा पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव ने भी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का ऐलान किया है. ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) से 1,28,564 वोट मिल सकते हैं. इन वोटों की गिनती में सुभासपा, बसपा और जनसत्ता दल के सांसदों और विधायकों और समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव के 9080 वोट भी शामिल हैं.

Uttarpradesh : यूपी सबसे बड़ी ताकत
लोगों का ऐसा मानना है अगर दिल्ली में सरकार बनानी है तो उसे उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) से गुजरना होगा. राष्ट्रपति के चुनाव के मामले में यह बात सच साबित होती है. बता दे राष्ट्रपति चुनाव के लिए पूरे देश में जनप्रतिनिधियों के कुल वोट 10,86,431 है. इन वोटों में से 14.86 प्रतिशत तो अकेले उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) राज्य से ही है. राष्ट्रपति के चुनाव में देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हुआ आया है. सबसे ज्यादा वोटरों के हिसाब से जिस पक्ष को यहां के लोग सपोर्ट करते हैं, वह राष्ट्रपति चुनाव में जीतने का ज्यादा हकदार साबित होता है.
Uttarpradesh : इन दो लोगों ने की भरपाई
उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) राज्य के दम पर ही बीजेपी पार्टी अपने उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने की उम्मीद लगा रही है. एक सप्ताह पहले भाजपा पार्टी के हिसाब से वोटों की गिनती में कुछ कमी पड़ रही थी. भाजपा को जिन वोटों की कमी अपने उम्मीदवार को जिताने में पड़ रही थी. वह सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव ने पूरी कर दी है. भाजपा पार्टी ने इन दोनों नेताओं को अपनी तरफ जोड़कर वह कमी पूरी कर ली है. इससे पहले बसपा पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू का समर्थन देने की घोषणा कर दी थी. इसके अलावा जनसत्ता दल के दो विधायकों का भी साथ बीजेपी को मिलना तय मना जा रहा है. इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी को क्रॉस वोटिंग की भी उम्मीद है. भाजपा को उम्मीद है कि विपक्षी पार्टी के कुछ नेता द्रौपदी मुर्मू को वोट कर सकते हैं.