Uttarpradesh: उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) के ललितपुर में एक सफाई कर्मचारी ने आत्मदाह करने की कोशिश की। इस घटना को देखकर अधिकारी और कर्मचारियों के रोंगटे खड़े हो गए। अधिकारियों ने सफाई कर्मचारी को आग लगाने से पहले ही बचा लिया। यह सारी घटना शुक्रवार को हुई थी।

उत्तरप्रदेश (Uttarpradesh) के ललितपुर जिले में बिरधा ब्लॉक के झरकौन ग्राम के रहने वाले सफाई कर्मी उमेश को पिछले 10 महीने से तनख्वाह नहीं मिली थी। सफाई कर्मचारी उमेश का कहना है कि जिला पंचायत राज अधिकारी ने उनकी तनख्वाह रोक रखी है। 10 महीने से तनख्वाह ना मिलने के कारण घर में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है।

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Uttarpradesh: 10 महीने से नहीं मिली सैलरी

उमेश का कहना है कि जब भी वह अधिकारियों से अपनी सैलरी की बात करता है तो उसे डरा धमका कर भगा दिया जाता है। 10 महीने से अपनी आर्थिक तंगी से परेशान होकर उमेश ने आत्मदाह करने का कदम उठाया। उमेश ने अपने ऊपर तेल डालकर खुद को जलाने की कोशिश की थी। उमेश का कहना है कि वह अपने पूरे परिवार के साथ आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गया है।

Uttarpradesh : जिला पंचायत राज्य अधिकारी नवीन मिश्रा ने बताया कि

इस पूरी घटना को लेकर उत्तरप्रदेश (Uttarpradesh) के ललितपुर के जिला पंचायत राज्य अधिकारी नवीन मिश्रा ने बताया कि प्रधान और ग्राम सचिव ने सफाई कर्मचारियों की रिपोर्ट बनाकर सबमिट नहीं की है। इस कारण से सफाई कर्मचारियों की तनख्वाह नहीं दी जा रही है। नवीन मिश्रा का कहना है कि सफाई कर्मचारी आत्मदाह करके उन पर जबरदस्ती सैलरी देने का दबाव बना रहे हैं। इस घटना के बाद यह दिलासा दिया जा रहा है कि सफाई कर्मचारियों को जल्दी से जल्दी उनकी तनख्वाह दी जाएगी।

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