Uttarpradesh News : आप लोगों के मन में कई बार ऐसा सवाल आता होगा कि चोरी होने के बाद गाड़ियों का आखिर क्या होता है? क्यों चोरी की गाड़ियां पुलिस की पकड़ में नहीं आती? आखिर कैसे और कब यह गाड़ियां दूसरी जगहों पर पहुंच जाती है? आइए आज हम इस खेल से पर्दाफाश उठाते हैं और आपको बताते हैं आखिर ऐसा कैसे होता है?
लुटेरों का गैंग इन गाड़ियों को चोरी करने के बाद अलग-अलग हिस्सों में काटता है और अलग-अलग इलाकों में बेचते है। ऐसा होने से गाड़ी का असली मालिक इन तक कभी नहीं पहुंच पाता। अब ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश से सामने आया है। उत्तर प्रदेश राज्य के नोएडा के थाना सेक्टर-39 पुलिस ने अंतरराज्यीय वाहनों की चोरी कर कटाई करने वाले गिरोह को गिरफ्तार कर उसका भांडा फोड़ कर दिया है। इस गैंग में एक चोर है और बाकी चार आरोपी गाड़ियों को काटने के लिए रखे हैं। इन सभी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
Uttarpradesh News : इतनी सारी गाड़ियां बरामद
आरोपियों के पास से 12 चोरी की बाइक, 2 कार इंजन, एक ऑटो, 74 टायर बिना रिम, 37 टायर रिम सहित, 11 सीएनजी सिलेंडर और अलग-अलग प्रकार की गाड़ियों के कटे हुए पार्ट्स और पुर्जे बरामद किए गए हैं। आरोपियों से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि 150 गाड़ियों को चोरी करने के बाद काट कर बेच चुके हैं।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार नवयुद्दीन उर्फ नबिनू और उसकी गैंग अतुल के साथ मिलकर एनसीआर इलाके में कार और बाइक चोरी करके बुलंदशहर के जहांगीराबाद में अपने साथी तनवीर सैफी, शाह आलम, रिजवान को कटाई के लिए देते थे। इन गाड़ियों की कटाई करने के बाद पार्ट्स को जरूरतमंद या कबाड़ी मोहित को बेच देते थे। इस तरह उन्होंने अब तक दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाकों में 150 गाड़ियों की चोरी करने के बाद उन्हें काट कर उनके पार्ट्स बेचे हैं। नैना आरोपियों के खिलाफ चोरी के कई मुकदमे दर्ज हैं।